भंडारा: भंडारा जिले के मौजा शहापूर में केंद्रीय मानवाधिकार संगठन नई दिल्ली और नंदागवली कोचिंग क्लासेस के संयुक्त विद्यमान मेंं डॉक्टर बाबासाहेब अम्बेडकर का पहला स्कूल प्रवेश दिवस “छात्र दिवस” के रूप में मनाया गया। यह कार्यक्रम कवी, साहित्यीक, सामाजिक कार्यकर्ता नाशिकभाऊ चवरे की अध्यक्षता में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की तस्वीर के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर, पुष्प चढ़ाकर, बाबासाहेब को नमन किया गया। भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने इसी दिन यानी ०७ नवंबर १९०० को शासकीय अंग्रेजी माध्यम हाईस्कूल (अब प्रताप सिंह हाई स्कूल) रजवाड़ा चौक, सातारा की दहलीज पर कदम रखा और अंग्रेजी पहली क्लास में प्रवेश किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष नासिक भाऊ चवरे ने अपनी सुरीली आवाज में स्वलिखीत ‘डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर’ की आत्मकथात्मक कविता से छात्रों को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रोताओं को कविता का अर्थ समझाकर मार्गदर्शन किया गया। जबकि छात्रों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। चूंकि आज का छात्र देश का एक स्तंभ है, इसलिए छात्रों को महापुरुषों की याद दिलाने और महापुरुषों द्वारा बताए गए मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए कार्यक्रम के माध्यम से मार्गदर्शन किया गया। डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर का स्कूल में प्रवेश बहुत प्रेरणादायक है क्योंकि यह सभी भारतीय बहुजनों, दलितों, पीड़ितों, शोषितों, आदिवासियों, वंचितों, कमजोर लोगों के लिए मुक्ति, शिक्षा और प्रगति का मार्गदर्शक है। डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर बहुत उच्च स्तर की विद्वता और ज्ञान होने के बावजूद खुद को जन्म से ही छात्र मानते थे। अपने जीवन के अंत तक, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर १८-१८ घंटे अध्ययन करते थे। और जिन स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों से शिक्षा की वहाँ वहां उन्होंने एक चतुर, बुद्धिमान, आदर्श छात्र के रूप में नाम रोशन किया। और सारे विश्व मे “The Symbol of knowledge” बन गये और भारतीय संविधान के शिल्पकार बने।
इस कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि प्रत्येक छात्र को मोबाइल प्रेमी नहीं बल्कि पुस्तक प्रेमी बनना चाहिए और जीवन भर एक छात्र के रूप में रहना चाहिए। उपस्थित सभी छात्रों को “०७ नवंबर विद्यार्थी दिन एक प्रेरक और ऊर्जावान दिन” विषय पर मुद्रित रूप में बाबासाहेब के जीवन की जानकारी भी दी गई।
कार्यक्रम का आयोजन, सुत्रसंचालन और प्रास्ताविक केंद्रीय मानवाधिकार संगठन के महाराष्ट्र राज्य प्रभारी तथा कोचींग क्लासके मार्गदर्शक डॉ. देवानंद नंदागवली ने किया जबकि कु. हर्षिता गणवीर ने सभी उपस्थित मान्यवर, विद्यार्थीयोंका आभार व्यक्त किया। सभी छात्र – छात्राओंको छात्र दिवस की शुभकामनाएं दि गई।