बचपन में जैसे मां बाप बच्चों का ख्याल रखते हैं वैसे वृद्धअवस्था में बुजुर्गों का ख्याल रखा गया तो जेष्ठ नागरिकोके अधिकारो के लिए कायदा बनाने की जरूरत ही नहीं रहेगी -श्रीमती प्राजक्ता केदार (आसटकर)- नायब तहसीलदार धूलिया इनका केंद्रीय मानवाधिकार संगठन नई दिल्ली की जलगांव शाखा तथा शिवचरण उज्जैनकर फाउंडेशन मुक्ताईनगर द्वारा आयोजित व्याख्यान सत्र में प्रतिपादन
।।मुक्ताईनगर।। (जलगांव) से जिला प्रतिनिधी प्रा राजकुमार कांकरिया
केंद्रीय मानवाधिकार संगठन नई दिल्ली शाखा जलगांव एवं शिवचरण उज्जैन कर फाउंडेशन मुक्तानगर इनके संयुक्त विद्यमान से आयोजित व्याख्यान सत्र का आज तारीख 6 जून 2021 रविवार को व्याख्यान क्रमांक 7 ” मानवाधिकार एवं जेष्ठ नागरिक कायदा” इस विषय पर संपन्न हुआ।
इस व्याख्यान में प्रमुख मार्गदर्शख की भूमिका में धूलिया कि नायब तहसीलदार श्रीमती प्राजक्ता केदार आसटकर मैडम उपस्थित थी।
उपस्थित सभी को मार्गदर्शन करते हुए उन्होंने कहा कि, आज के दौर में संतान अपने मां बाप की उनके वृद्धापकाल में सेवा नहीं करते और उन्हें घर से बाहर निकाल देते हैं। वृद्धावस्था में जब सहारे की जरूरत होती है,तभी ऐसे असहाय हुए जेष्ठ नागरिक ओके अधिकारों की रक्षा करने हेतु सरकार ने “जेष्ठ नागरिक निर्वाह एवं कल्याण अधिनियम 2007” यह कायदा पारित किया है।
उन्होंने उपस्थित सभी को इस कायदे की जरूरत, विविध कलमो के आधार पर लिखी गई व्याख्याए , जेष्ठ नागरिकहक संवर्धन हेतु किए जाने वाले आवेदन एवं जिला मैजिस्ट्रेट के पास न्याय मांगने की प्रक्रिया बड़े विस्तार से बताई।
डॉ संजय कुडेतकर उपजिलाअधिकारी द्वारा रूपांतरित महाराष्ट्र सरकार द्वारा पारित जेष्ठ नागरिक अधिनियम कायदे की पीडीएफ श्रीमती प्राजक्ता केदार मैडम ने केंद्रीय मानव अधिकार संगठन के पदाधिकारियों के लिए साझा की। पदाधिकारियों को भविष्य में इस कार्य का निर्वहन करते हुए आने वाली समस्याओं का समाधान करने हेतु जो भी सहकार्य लगेगा उसके लिए भी तत्पर रहने का वचन श्रीमती केदार इन्होंने दिया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में केंद्रीय मानवाधिकार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मिलिंद दहीवलेने जेष्ठ नागरिककोके प्रति सरकारी कार्यालयों में अथवा बैंकों में होने वाली अवहेलना इसका संज्ञान सरकार एवं शासकीय अधिकारी ले यह अपील की। सभी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को एवं पदाधिकारियों को जेष्ठ नागरिकको की समस्याएं हल करने हेतु तत्पर रहनेकाभी आवाहन इस प्रसंग पर उन्होंने किया। केंद्रीय मानवाधिकार संगठन नई दिल्ली ने आज तक किए हुए सामाजिक कार्यों का उल्लेख भी उन्होंने श्रीमती प्राजक्ता केदार मैडम इनके ज्ञापन के लिए किया।
कार्यक्रम की अगले सत्र में सुरो का वरदान प्राप्त श्रीमती प्राजक्ता केदार मैडम ने संगठन के राष्ट्रीय सचिव डॉ शिवचरण उज्जैनकर इनकी विनती पर उपस्थित श्रोताओं के सामने यह तो सच है कि भगवान है… लग जा गले…. तु चाल रे गड्या… इन सदाबहार हिंदी एवं मराठी गीतों का सादरीकरण किया।
इस कार्यक्रम के आयोजक तथा राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ शिवचरण उज्जैनकर सर , एवं जलगांव जिला अध्यक्ष डॉ अजय पाटिल उन्होंने उपस्थित सभी पदाधिकारीओका आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का प्रस्तावित जलगांव तहसील के अध्यक्ष श्री किशोर पाटिल इन्होंने किया तथा सूत्रसंचालन जलगांव जिला सचिव प्रा. राजकुमार कांकरिया इन्होंने किया।
इस कार्यक्रम के यशस्वी आयोजन हेतु जलगांव जिला अध्यक्ष डॉ अजय पाटिल, उत्तर महाराष्ट्र के अध्यक्ष श्री संजु भटकर, उत्तर महाराष्ट्र के संपर्क प्रमुख श्री राजेश पोद्दार, उत्तर महाराष्ट्र महासचिव श्री जगदीश सूर्यवंशी, पदाधिकारी श्री भागवत सेठ राठौड़, जलगांव जिला संपर्क प्रमुख श्री ईश्वर महाजन, जलगांव जिला सचिव डॉ प्रशांत बडगुजर, जलगांव तहसील अध्यक्ष श्री किशोर पाटिल, सचिव श्री अजय पाटिल, उपाध्यक्षा श्रीमती ज्योति राणे , महिला संयोजिका डॉ नयना झोपे, मुंबई जिला अध्यक्ष श्री सुभाष कोली, बुलढाणा जिला अध्यक्ष श्री एसके पाटिल, बुलढाणा जिला सचिव श्री गजानन करें, संपर्क प्रमुख श्री प्रवीण क्षीरसागर, बुलढाणा जिला उपाध्यक्ष श्री अमित कुमार तायड़े , पदाधिकारी श्रीमती शीतल इटे, श्रीमती रेखा कस्तुरे, श्री सुनील मूधोकार, खामगांव तालुका कार्याध्यक्ष श्री शिवम टेभे आदि मान्यवरओका सहभाग एवं उपस्थिति प्राप्त हुई।